२०२५ की वैभवपूर्ण विजय यात्रा
जिस प्रकार प्रत्येक वर्ष की भांति परम्परागत रूप से चातुर्मास्य व्रत पूर्ण कर, अवैदिक मतों का खंडन, सनातन धर्म एवं वैदिक सिद्धांतों की रक्षा, भक्ति एवं ज्ञान का प्रचार-प्रसार करने हेतु विजय यात्रा का शुभारंभ होता है, उसी प्रकार इस वर्ष भी पूज्य गुरुदेव के पावन आशीर्वाद से २०२५ की वैभव विजय यात्रा आरंभ होने जा रही है।इस यात्रा के अंतर्गत अनेक धार्मिक विषयों पर गहन चर्चा, धर्मसभाएँ एवं विद्वत संगोष्ठियाँ आयोजित की जाएँगी। धर्म विरोधी कृत्यों के विरुद्ध निर्णायक कार्यवाही की जाएगी तथा धर्मसंरक्षण हेतु आवश्यक निर्णय लिए जाएँगे।साथ ही, नकली जगद्गुरुओं, तथाकथित आचार्यों, झूठी परंपराओं, अवैध पीठों एवं नकली धार्मिक संस्थाओं के विरुद्ध सत्य का उद्घाटन करते हुए वैदिक मर्यादा की रक्षा हेतु उचित धार्मिक एवं कानूनी कदम उठाए जाएँगे।यह वर्ष की यात्रा केवल एक परंपरा नहीं, अपितु सनातन धर्म की रक्षा एवं पुनर्स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण, ऐतिहासिक और दिव्य अभियान होगी — एक वैभवशाली विजय यात्रा।
