2025 Vijaya Yatra

२०२५ की वैभवपूर्ण विजय यात्रा जिस प्रकार प्रत्येक वर्ष की भांति परम्परागत रूप से चातुर्मास्य व्रत पूर्ण कर, अवैदिक मतों का खंडन, सनातन धर्म एवं वैदिक सिद्धांतों की रक्षा, भक्ति एवं ज्ञान का प्रचार-प्रसार करने हेतु विजय यात्रा का शुभारंभ होता है, उसी प्रकार इस वर्ष भी पूज्य गुरुदेव के पावन आशीर्वाद से २०२५ की

Govindananda Saraswati Ji’s message & Shastartha Challenge to Sri Rambhadracharya ji

प्रति,परम मूर्खः कृत्रिमः “जगद्गुरुः”“स्वयम्भ्वाचार्य” रामभद्राचार्यः, अन्धाचार्याय Jagadguru Rambhadracharya Ji सन्देशः – गोविन्दानन्द सरस्वती ( 24th Aug 2025)उत्तराम्नायबदरीज्योतिर्मठः, हिमालयः, जगद्गुरुशङ्कराचार्यः(जन्मकालः- 2532 वर्षेभ्यः पूर्वम्) पश्चिमाम्नायद्वारकाशारदापीठम् – द्वारका,नारायणसमारम्भां व्यासशङ्करमध्यामाम् । अस्मदाचार्यपर्यन्ताम् वन्दे रुपरम्पराम् ।।जगद्गुरु शङ्कराचार्य उत्तराम्नाय ज्योतिर्मठ बदरिकाश्रम सेवासमितिः(पञ्जीकृता)विश्वावसुनक्षत्रम् – भाद्रपदशुक्ल प्रतिपद्, मुम्बई ( 24th Aug 2025)परमहंसपरिव्राजकस्वामिश्रीगोविन्दनन्दसरस्वतीमहाराजः, संन्यासी दीक्षितशिष्यःबदरी-द्वारापीठयोराचार्यः, जगद्गुरुशङ्कराचार्यः , धर्मसम्राट स्वामिश्रीस्वरूपानन्दसरस्वतीस्वामिचरणाः ।शास्त्रं शारीरमीमांसा देवश्चन्द्रार्धशेखरः । आचार्याः